खरसिया क्षेत्र के सत्ताधारी नेता छट्टी-दशगात्र में फोटो खिंचवाने में माहिर, लेकिन जनहित कार्यों में फिसड्डी! अमजनता में बढ़ता असंतोष, विकास मुद्दों पर चुप्पी गहराई!
1 min readखरसिया क्षेत्र के सत्ताधारी नेता छट्टी-दशगात्र में फोटो खिंचवाने में माहिर, लेकिन जनहित कार्यों में फिसड्डी!
अमजनता में बढ़ता असंतोष, विकास मुद्दों पर चुप्पी गहराई!
रायगढ़। खरसिया विधानसभा क्षेत्र के सत्ताधारी नेताओं की प्राथमिकताएं सवालों के घेरे में हैं। विकास कार्यों, आम जनता की समस्याओं, बुनियादी सुविधाओं की कमी जैसे गंभीर मुद्दों से इतर ये नेता आजकल केवल “फोटो खिंचवाने” में व्यस्त नजर आ रहे हैं। चाहे किसी की छट्टी हो या दशकर्म — हर जगह नेताओं की मौजूदगी केवल कैमरों के लिए होती है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह नेता अब सिर्फ सफेद कुर्ता-पायजामा पहनकर गलियों में घूमते हैं और मुस्कान के साथ कैमरे के सामने पोज़ देने में ही व्यस्त रहते हैं। मगर जब बात होती है सड़क, पानी, बिजली, स्वास्थ्य सुविधा या युवाओं को रोजगार देने की — तो इनकी चुप्पी सुनाई देती है।
एक नागरिक ने कहा, “हमारे मोहल्ले में पिछले एक साल से नाली की सफाई नहीं हुई है, लेकिन नेताजी हर भोज में प्लेट जरूर थामे नजर आते हैं।”ऐसे में जनता अब सवाल पूछ रही है कि क्या इन नेताओं की भूमिका सिर्फ फोटो फ्रेम तक ही सीमित रह गई है? क्या जनप्रतिनिधि का असली कर्तव्य यही है कि वह दुख-सुख के नाम पर केवल शोक सभा या भोज में शामिल होकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराए और असल जनकार्य से कतराए?
जनता का यह गुस्सा आने वाले समय में सत्ताधारी दल को राजनीतिक नुकसान भी पहुंचा सकता है यदि समय रहते नेता अपनी कार्यशैली में बदलाव नहीं लाते।*