खरसिया ओवरब्रिज: 104 माह की ‘गर्भावस्था’ और नेताओं का ‘षष्ठी उत्सव’
1 min readखरसिया ओवरब्रिज: 104 माह की ‘गर्भावस्था’ और नेताओं का ‘षष्ठी उत्सव’
खरसिया।
खरसिया ओवरब्रिज निर्माण को लेकर इन दिनों कांग्रेस और भाजपा के स्थानीय नेताओं में श्रेय लेने की होड़ मची हुई है। स्थिति ऐसी हो गई है कि जैसे अभी जन्म भी नहीं हुआ, लेकिन शिशु के ‘षष्ठी उत्सव’ की धूमधाम शुरू हो गई हो।
जनता भली-भांति जानती है कि सामान्यतः कोई भी स्तनधारी प्राणी लगभग 9 माह में संतान को जन्म दे देता है। लेकिन खरसिया का यह ओवरब्रिज रूपी ‘शिशु’ तो अब तक 104 माह से गर्भ में पल रहा है।
राजनीतिक दलों की मानें तो इस ‘गर्भकाल’ में 24 महीने रमन सरकार, 60 महीने भूपेश सरकार और अब तक 20 महीने विष्णु देव सरकार का योगदान रहा है। बावजूद इसके, अब तक यह बहुप्रतीक्षित ओवरब्रिज धरातल पर नहीं उतर पाया है।
स्थिति कुछ ऐसी है कि कब यह ओवरब्रिज रूपी बालक जन्म लेगा, यह शायद अब प्रभु श्रीराम जी को भी ज्ञात नहीं। लेकिन दोनों दलों के नेताओं द्वारा एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ में मीडिया मंचों से उत्सवपूर्वक दावे-प्रतिदावे जरूर किए जा रहे हैं।
अब प्रश्न यह उठता है कि जनता कब तक इन ‘षष्ठी उत्सवों’ से संतोष करती रहेगी? क्या इस प्रतीक्षित परियोजना का धरातल पर मूर्त रूप लेना मात्र राजनीतिक घोषणाओं और क्रेडिट की राजनीति तक ही सीमित रहेगा?